रक्तदान का महत्व एवं रक्तदान से जुडी भ्रान्तिया Importance of Blood Donation, Facts and Myths

 

रक्तदान क्या होता है ?

रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है और रक्त-आधान (ट्रांसफ्यूजन) के लिए उसका उपयोग होता है या फ्रैकशेनेशन नामक प्रक्रिया के जरिये दवा बनायी जाती है।
विकसित देशों में, अधिकांश रक्तदाता अवैतनिक स्वयंसेवक होते हैं, जो सामुदायिक आपूर्ति के लिए रक्त दान करते हैं। गरीब देशों में, स्थापित आपूर्ति सीमित हैं और आमतौर पर परिवार या मित्रों के लिए आधान की जरूरत होने पर ही रक्तदाता रक्त दिया करते हैं। अनेक दाता दान के रूप में रक्त देते हैं, लेकिन कुछ लोगों को भुगतान किया जाता है और कुछ मामलों में पैसे के बजाय काम के समय में सवैतनिक छुट्टी के रूप में प्रोत्साहन दिए जाते हैं। कोई दाता अपने भविष्य के उपयोग के लिए रक्त दान कर सकता है। रक्त दान अपेक्षाकृत सुरक्षित है, लेकिन कुछ दाताओं को उस जगह खरोंच आ जाती है जहां सूई डाली जाती है या कुछ लोग मूर्छा महसूस कर सकते है।

रक्तदान क्या होता है

संभावित दाताओं का मूल्यांकन किया जाता है ताकि उनके खून का उपयोग असुरक्षित न रहे। जांच में एचआईवी और वायरल हैपेटाइटिस जैसी बिमारियों के परीक्षण शामिल हैं जो रक्त-आधान के जरिये संक्रमित हो सकते हैं। दाता से उसके चिकित्सा इतिहास के बारे में भी पूछा जाता है और दाता के स्वास्थ्य पर दान से कोई क्षतिकारक प्रभाव नहीं पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए उसकी एक संक्षिप्त शारीरिक जांच की जाती है। कितनी बार एक दाता दान कर सकता है यह दिनों और महीनों में भिन्न हो सकता है, यह इस बात पर निर्भर है कि वह क्या दान कर रहा या कर रही है और किस देश में दान दिया-लिया जा रहा है |

कुछ भ्रम,कुछ भय,कुछ शंका  

जैसे रक्तदान करने से...
  1. रक्तदान से कमजोरीऔर थकावट होगी |
  2. शरीर का संतुलन बिगड़ जायेगा | 
  3. मोटापा आ जायेगा |
  4. सुई चुभने काकष्टहोगा |
  5. घबराहट हो जाएगी |
  6. पत्नी के लिए रक्त देनें से, उससे पहले मृत्यु हो जाएगी |
  7. शायद माँ न बन पाऊँगी |
  8. रक्त का दुरूपयोग होने की संभावना हो सकती है |
  9. विशेष आहार की आवश्यकता होगी |
  10. एक-दुसरे के लिये रक्तदान से पति-पत्नी रक्त सम्बन्धी बन जायेंगे |
  11. मेरे पुरुषत्व में कमी आ जाएगी | 

  उपरोक्त भ्रम व शंकाए निराधार है |

 
Blood donation quotes

 

रक्तदान कौन कर सकता है ?

  1. कोई भी 18 से 60 वर्ष का स्वस्थ्य व्यक्ति |
  2. 45 किलो या उससे अधिक वजन का व्यक्ति |
  3. रक्त में कम से कम 12.5ग्राम हिमोग्लोबिन की मात्र वाला व्यक्ति |
  4. रक्तदाब एवं शारीर ताप  सामान्य हो |
  5. रक्तदान में 6 महीने पूर्व तक कोई लम्बी बीमारी न हुई हो |

मेरे एक यूनिट रक्त का प्रयोग करने की क्या प्रक्रिया है ?

  1. रक्त की मलेरिया,हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सि,सिफलिस और एच.आई.वी. की जांच की जाती हैं |
  2. रक्त का ग्रुप व टाइप का पता लगाया जाता है |
  3. रक्त थैली पर जाँच की हुई एक रिपोर्ट लगाकर उसे रेफ्रिजरेटर में रखा जाता है |
  4. रक्त संचरण से पहले इसे रोगी के रक्त से "क्रॉस-मैच" किया जाता है ताकि सुरक्षित रक्त सुरक्षित रूप से दिया जा सके |

क्या रक्तदान से पीड़ा होती है ?

  1.  रक्तदान करने से बिलकुल भी  पीड़ा नहीं होती है | यह प्रक्रिया पूरी तरह से हानि-रहित व् पीड़ा-रहित होती है | केवल सुई की चुभन मात्र ही होती है |
  2. दर से पन्द्रह मिनट में 350 मी.ली. रक्त लिया जाता है |
  3. रक्त उचित तापमान में 5 सप्ताह तक रखा जा सकता है |

मैं रक्तदान क्यों करूं ?

हम स्वस्थ लोगो का यह नैतिक कर्तव्य है की हम मानव जीवन को बचने और समय पर सहायता के लिए रक्तदान करे |

रक्तदान की प्रक्रिया में कितना समय लगता है ?

रक्तदान में केवल 10 से 15 मिनट ही लगते है | परन्तु डॉक्टर से बातचीत, पंजीकरण, आराम तथा आहार आदि मिलाकर कुल 45 मिनट लगते  है | इसके बाद आप अपने दैनिक कार्यक्रम को बेझिझक कर सकते है |


एक बार में कितना रक्त दे सकता/सकती हूँ ?

शरीर के कुल रक्त का 1/20 भाग या अधिकतम 300 मी.ली |

 क्या मेरे स्वस्थ्य को कोई लाभ होगा ?

हाँ,बेशक | क्योंकि हर बार निम्नलिखित जांच की जाएगी |
  • नाडी गति |
  • रक्त दबाव |
  • लौह मात्र |
  • रक्त ग्रुप |
आधुनिक शोध कार्यो से सिद्ध हो चूका है कि साल में कम से कम एक बार रक्तदान से महिलाओं पुरुषों को ह्रदय का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है |
 

रक्त की आपूर्ति कितने समय में हो जाती है ?

रक्तदान के 24 घंटे के अन्दर शरीर रक्त के तरल अवयव की मात्र पूरी कर लेता है | उसमे सभी तरह की कोशिकाए पूरी तरह से पांच सप्ताह में तैयार हो जाती है |

रक्तदान से में कमजोर तो नहीं हो जाऊंगा ?

बिल्कुल नहीं | रक्तदान के बाद आप दैनिक कार्यों को पहले की भांति कर सकते है |

मैं कब-कब रक्तदान कर सकता हूँ ? 

हर तीन महीने बाद | इसके साथ ही अपने जन्म दिवस माता-पिता के जन्म दिवस अथवा अन्य किसी अवसर पर रक्तदान किया जा सकता है | और आप अपनी स्वेच्छा से कभी भी किसी के भी लिए रक्तदान कर सकते है जरुरत पड़ने पर |

रक्तदान महादान

 

क्या मानव रक्त का कोई और विकल्प है ?

नहीं | अभी तक तो इसका एक मात्र स्त्रोत मानव ही है |

मै रक्तदान कहाँ कर सकता हूँ |

अपने क्षेत्र के लाइसेंसशुदा ब्लड बैंक में या रक्तदान शिविर में |

क्या रक्तदान से पहले आहार ले सकता हूँ |

हाँ | हल्का भोजन ले सकते है |

मुझे रक्तदान करने से डर लगता है |

हर कार्य पहली बार करने में दर लगना  स्वाभाविक है | एक बार रक्तदान के बाद आप प्रसन्न,निडरता तथा गौरव महसूस करते है | 

क्या रक्तदान से मुझे कोई बीमारी हो जाएगी ?

नहीं | रक्तदान के लिए हर बार नई सुई और नई थैली का प्रयोग किया जाता है | 

रक्त की हर पल आवश्यकता है | 

  • रोग या दुर्घटना में |
  • ह्रदय रोग ऑपरेशन व अन्य ऑपरेशन करने के लिए |
  • शरीर में  रक्त की कमी होने पर | 
  • प्रसव-काल में माँ के लिए |
  •  नवजात शिशु का रक्त बदलने के लिए |
  • रक्त के कंपोनेंट्स (पूरक) से ईलाज के लिए |
  • थैलीसिमिया,हिमोफिलिया आदि के ईलाज के लिए रक्त की आवश्यकता पड़ती है |

 लक्ष्य 

इस पोस्ट को लिखने एवं इतनी साडी जानकारी जुटाने के पीछे एक ही लक्ष्य है रक्त की कमी से कोई जीवन दीप न बुझे | जिस किसी को भी जरुरत हो रक्त की उसे समय पर ब्लड बैंको एवं अन्य संसाधनों से माध्यम से समय पर रक्त मिल जाये | इसलिए इस पोस्ट से माध्यम से लोगो को रक्तदान के बारे में जागरूक करना मुख्या उद्देश्य है | इस पोस्ट को आप अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचाए ताकि लोगो में जागरूकता बढे और कोई जीवन हानि न हो |

रक्तदान की प्रक्रिया 

  1. डॉक्टर से थोड़ी बातचीत करना |
  2. पंजीकरण कार्ड को साफ़-साफ़ लिखना |
  3. रक्तदान कक्ष में जाकर मेज पर लेटना |
  4. रक्तदान करना |  
  5. सुई के निशान पर बैंड-एड लगवाना |
  6. जलपान करना |
  7. लघभग 350 एम.एल. रक्त लिया जाता  है |
  8. आपके एक यूनिट रक्त से रोगियों की जरुरत पूरी हो सकती है |
  9. 90 दिन बाद दुबारा रक्तदान किया जा सकता है |
Thank you for visiting keep visiting . कृपया अपनी प्रतिक्रियाएं Comment में जरुर व्यक्त करे |
रक्तदान का महत्व एवं रक्तदान से जुडी भ्रान्तिया Importance of Blood Donation, Facts and Myths रक्तदान का महत्व एवं रक्तदान से जुडी भ्रान्तिया  Importance of Blood Donation, Facts and Myths Reviewed by Deepak Gawariya on September 24, 2017 Rating: 5

3 comments:

  1. हमारे जीवन काल रक्तदान बहुत ही महत्वपूर्ण है। मैंने दिया हैं और अच्छा महसूस किया है। और भी समय समय पर देता रहूँगा।

    धन्यवाद जानकारी के लिए

    राकेश गवारिया
    +965 55854559
    सागवाडा , डूंगरपूर ( राज. )

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